पराली के धुएं से हवा होने लगी खराब
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर को पराली का धुआं अपनी गिरफ्त में लेने लगा है। हालांकि इसका असर अभी गहरा नहीं हो सका है। सतह पर चलने वाली हवाओं की तेज रफ्तार प्रदूषण पर भारी है। सोमवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 249 रिकार्ड किया गया। गुणवत्ता अब भी खराब स्तर पर बनी हुई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) का कहना है कि सोमवार को हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी रही। वहीं, ऊपरी सतह पर चलने वाले हवा की चाल भी तेज थी। इससे हरियाणा, पंजाब व सीमावर्ती क्षेत्रों से पुआल का धुआं दिल्ली पहुंचा। सोमवार को दिल्ली के प्रदूषण में इसका हिस्सा करीब 13 फीसदी रहा। बावजूद इसके सतह की तेजी रफ्तार हवाओं से प्रदूषण का स्तर नियंत्रित है।
सफर के मुताबिक आने वाले समय में पराली का धुआं दिल्ली पर घना होगा। मंगलवार को दिल्ली के प्रदूषण में इसका हिस्सा 14 फीसदी हो सकता है। इससे हवा की गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ेगा। बुधवार को दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब स्तर पर जा सकती है।
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दिवाली से पहले सुधर सकती है हवा, 24 से बारिश के आसार
दिवाली से पहले एक बार फिर मौसम करवट लेगा। 24 तारीख यानी बृहस्पतिवार को दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश होने की उम्मीद है। इससे दिल्ली की आबोहवा में सुधार आएगा। दिवाली के दिन 27 अक्तूबर को भी आसमान साफ नहीं रहेगा। आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। सतह पर तेजी से चलने वाली हवाओं से प्रदूषण छंट सकता है। इससे हवा की गुणवत्ता में सुधार आने की उम्मीद है। दिवाली पर अगर आतिशबाजी कम हुई तो मौसम अनुकूल होने से इस बार ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार को आसमान साफ रहने के साथ सतह पर तेज हवाएं चलेंगी। सोमवार की तरह ही इसकी रफ्तार 25 किमी प्रति घंटा तक हो रहेगी।
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नवंबर के पहले हफ्ते से फिर हवा होगी खराब
सफर के मुताबिक नवंबर के पहले हफ्ते में मौसम शांत होगा। इस दौरान सतह की हवा धीमी होगी और तापमान में भी गिरावट आएगी। इससे प्रदूषण तेजी से बढ़ेगा। इसमें धूल के महीन कणों पीएम 2.5 की मात्रा सबसे ज्यादा होगी। इस दौरान पराली जलाने के मामले बढ़ने से हालात बदतर हो सकते हैं।